7 साल पुराना रहस्य, जो बना एक खौफनाक राज़
राजस्थान के एक शांत से गांव में साल 2017 में एक युवक अचानक लापता हो गया था। परिवार और गांव वालों ने हर जगह ढूंढ़ा, पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज हुई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। समय बीतता गया और केस ठंडे बस्ते में चला गया। पर किसी ने नहीं सोचा था कि इस गुमशुदगी के पीछे ऐसा खौफनाक सच छिपा होगा।
मौसेरे भाई ने ही किया कत्ल
पुलिस की तफ्तीश में चौंकाने वाले खुलासे हुए। जांच में सामने आया कि युवक की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके ही मौसेरे भाई ने की थी। हत्या के बाद शव को गांव के एक पुराने कुएं में फेंक दिया गया था। ताकि कोई शक न करे, आरोपी ने शव पर मिट्टी और पत्थर डाल दिए और उसे एक कब्र जैसा बना दिया। यह सब इतनी चालाकी से किया गया कि किसी को भनक तक नहीं लगी।
कुएं में मिला कंकाल
2024 में पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली, जिसके आधार पर उस कुएं की खुदाई करवाई गई। सात साल बाद जब मिट्टी हटाई गई, तो नीचे से एक कंकाल मिला। फॉरेंसिक जांच और डीएनए टेस्ट से पुष्टि हुई कि यह कंकाल उसी युवक का है जो सालों पहले लापता हुआ था।
जुर्म को छिपाने की पूरी कोशिश
आरोपी मौसेरे भाई ने अपनी करतूत को छिपाने के लिए कई तरीके अपनाए। उसने हत्या के बाद इलाके में अफवाह फैलाई कि युवक कहीं बाहर नौकरी करने चला गया है। परिवार भी यही मानकर शांत हो गया। लेकिन समय के साथ जब कोई संपर्क नहीं हुआ, तो शक गहराने लगा।
पुलिस की सूझबूझ से खुला राज
इस केस में पुलिस की जांच प्रक्रिया काबिल-ए-तारीफ रही। वर्षों बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और जैसे-जैसे सुराग मिलते गए, वैसे-वैसे आरोपी तक पहुंच बनती गई। आखिरकार पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जिसने जुर्म कबूल भी कर लिया।
जुर्म की वजह अब भी रहस्य
हालांकि हत्या की असल वजह अब तक साफ नहीं हुई है। प्रारंभिक पूछताछ में बताया गया कि आपसी रंजिश और संपत्ति विवाद इसकी वजह हो सकती है। पुलिस इस एंगल से भी गहराई से जांच कर रही है।
मुख्य बिंदु (Key Highlights):
- 2017 में युवक की गुमशुदगी के बाद पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला था।
- आरोपी मौसेरे भाई ने शव को कुएं में फेंककर कब्र बना दी थी।
- 7 साल बाद कंकाल मिलने से खुला कत्ल का राज़।
- डीएनए जांच से मृतक की पहचान की पुष्टि हुई।
- पुलिस की सतर्कता और तकनीकी जांच से जुर्म का खुलासा।