झुंझुनू जिले के मंडावा कस्बे में एक बुजुर्ग महावीर सिंह ने जमीन हड़पने और जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बबलू चौधरी के कुछ लोग उनकी पुश्तैनी जमीन खाली कराने के लिए उन्हें धमका रहे हैं। इस मामले में पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
पूरा मामला क्या है?
महावीर सिंह ने बताया कि उनकी जमीन भिसऊ चौराहे पर है, जहां उनका घर, दुकानें और पशुओं का बाड़ा मौजूद है। यह जमीन वे अपने परिवार के साथ 1978 से इस्तेमाल कर रहे हैं। एक दिन जब वे जमीन के पास थे, तो दो युवक मोटरसाइकिल पर आए और उन्हें गालियां देने लगे। आरोप है कि उन युवकों ने धमकी दी कि जमीन अब बबलू चौधरी की है, इसलिए उन्हें तुरंत इसे खाली करना होगा। धमकी में यह भी कहा गया कि यदि वे रात को यहां रुके तो अगली सुबह तक जिंदा नहीं रहेंगे, क्योंकि उन्हें गाड़ी से कुचल दिया जाएगा या कुत्ते की मौत मार दी जाएगी।
महावीर सिंह ने अपनी सुरक्षा के लिए यह पूरी बात अपने भतीजे बाबूलाल को बताई, जिन्होंने उन्हें पुलिस में शिकायत करने की सलाह दी। इसके बाद महावीर सिंह ने थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई और सुरक्षा की मांग की।
Highlights:
- झुंझुनू जिले के मंडावा में जमीन विवाद और धमकियों का मामला सामने आया।
- बुजुर्ग महावीर सिंह ने बबलू चौधरी के आदमियों पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया।
- पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और सुरक्षा की मांग की।
- पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है।
- प्रशासन से जल्द कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
पीड़ित परिवार के आरोप
पीड़ित परिवार का आरोप है कि बबलू चौधरी और उनके गुर्गे उनकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। परिवार का कहना है कि बबलू चौधरी पहले भी कई लोगों की जमीन हड़प चुके हैं। महावीर सिंह की पत्नी सुमित्रा ने कहा कि पहले भी कई बार धमकियां मिल चुकी हैं, लेकिन वे अपनी जमीन छोड़ने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि उनकी जमीन उनके लिए जीवन से भी अधिक महत्वपूर्ण है।
प्रशासन से मिली गुहार
महावीर सिंह और उनका परिवार प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कह रहे हैं कि पुलिस को इस मामले की पूरी जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। महावीर सिंह का कहना है कि वे कई घंटों से कलेक्ट्रेट के बाहर बैठे हैं, लेकिन कोई अधिकारी उनसे मिलने नहीं आया। उन्होंने उम्मीद जताई है कि प्रशासन उनकी सुनवाई करेगा और उन्हें न्याय मिलेगा।
बबलू चौधरी का पक्ष
इस मामले में अभी तक बबलू चौधरी का कोई जवाब नहीं आया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और जल्द ही सच सामने लाने का भरोसा दिया है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। जांच में सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूत जुटाए जा रहे हैं। थाना प्रभारी ने परिवार को भरोसा दिलाया है कि पुलिस उनकी हर संभव मदद करेगी और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करेगी।
आगे क्या होगा?
अब यह देखना बाकी है कि पुलिस जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और प्रशासन किस तरह की कार्रवाई करता है। पीड़ित परिवार को उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा और उनकी जमीन सुरक्षित रहेगी।
क्या आप जानते हैं?
अगर आपके साथ भी जमीन से जुड़ी कोई ऐसी समस्या हुई है तो तुरंत पुलिस या संबंधित प्रशासन में शिकायत दर्ज कराएं। अपनी जमीन और अधिकारों की रक्षा करना हर नागरिक का हक है।
परिणाम
झुंझुनू के इस जमीन विवाद ने पूरे क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर डर पैदा कर दिया है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस मामले को गंभीरता से ले और पीड़ित परिवार को हर संभव सुरक्षा उपलब्ध कराए। साथ ही जमीन हड़पने वाले माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो ताकि भविष्य में ऐसे मामले दोबारा न हों।