भारत की खुफिया एजेंसियों ने एक बड़े पाकिस्तान समर्थित जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन के तहत पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में छापेमारी कर कम से कम 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस नेटवर्क से जुड़ी सबसे सनसनीखेज गिरफ्तारी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की हुई है, जो “Travel with Jo” नामक चैनल चलाती थीं।
कौन हैं ज्योति मल्होत्रा?
33 वर्षीय ज्योति मल्होत्रा को 16 मई को हरियाणा के हिसार से गिरफ्तार किया गया। उन पर आरोप है कि वे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों (PIOs) के संपर्क में थीं और लगातार संवेदनशील जानकारियां साझा कर रही थीं। जांच एजेंसियों के अनुसार, मल्होत्रा की बातचीत एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से होती थी, जो दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत था और जिसे भारत ने 13 मई को निष्कासित कर दिया।
बताया जा रहा है कि दानिश ने ही मल्होत्रा को “एक एसेट के रूप में तैयार” किया और पाकिस्तान के लिए वीज़ा, लाहौर में रहने की व्यवस्था और अन्य खुफिया एजेंट्स से मुलाकात करवाने की ज़िम्मेदारी निभाई।
कैसे होती थी बातचीत?
मल्होत्रा की बातचीत WhatsApp, Telegram और Snapchat जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप्स के ज़रिए होती थी। वह अक्सर “Jatt Randhawa” जैसे कोडनेम का उपयोग करती थीं। पुलिस के हाथ एक डायरी लगी है, जिसमें पाकिस्तान के प्रति उनका झुकाव साफ देखा जा सकता है।
जांच में सामने आए WhatsApp चैट्स में पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी अली हसन से बातचीत शामिल है, जिनमें एक चैट में मल्होत्रा कथित तौर पर कहती हैं – “Get me married in Pakistan”।
विदेश यात्राएं और संदिग्ध गतिविधियां
जांच एजेंसियां उनके बैंक खातों, विदेश यात्राओं और आर्थिक स्रोतों की गहनता से पड़ताल कर रही हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी आमदनी इतनी नहीं है कि वह चीन, पाकिस्तान और कश्मीर जैसे इलाकों की बार-बार यात्राएं कर सकें। विशेष रूप से 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पहले उनकी कश्मीर यात्रा पर सवाल उठ रहे हैं।
आशंका जताई जा रही है कि मल्होत्रा ने “ऑपरेशन सिंदूर” जैसे सैन्य अभियानों के दौरान भारतीय सेना की गतिविधियों की जानकारी, ब्लैकआउट मोमेंट्स समेत, पाकिस्तान को दी होंगी। पूछताछ में उन्होंने साफ कहा है कि उन्हें अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।
जासूसी नेटवर्क की व्यापकता
यह मामला केवल एक YouTuber तक सीमित नहीं है। जांच में सामने आया है कि यह नेटवर्क उत्तर भारत के कई हिस्सों में फैला हुआ था और इसमें अलग-अलग वर्गों के लोग शामिल थे – फैक्ट्री वर्कर, छात्र, सुरक्षा गार्ड और स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर तक।
अन्य गिरफ्तार आरोपी:
- नौमान इलाही – पानीपत
- देवेंद्र सिंह ढिल्लों – कैथल
- अर्मान और मोहम्मद तारीफ – नूंह
- गुज़ाला – पंजाब
- यामीन मोहम्मद – मलेरकोटला
- फलकशेर मसीह और सूरज मसीह – अमृतसर
- सुखप्रीत सिंह और करणबीर सिंह – गुरदासपुर
- शहज़ाद – रामपुर (उत्तर प्रदेश)
इन सभी पर भारतीय सैन्य ठिकानों, एयरबेस, सैनिकों की मूवमेंट और रणनीतिक स्थानों की तस्वीरें और जानकारी पाकिस्तान तक पहुंचाने का आरोप है।
कैसे चल रही है जांच?
एजेंसियों की जांच का फोकस इन आरोपियों के डिजिटल डिवाइस, फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन्स और सोशल नेटवर्क्स पर है। इसके अलावा, कुछ आरोपियों का ड्रग स्मगलिंग से भी कनेक्शन सामने आया है, जो संभवतः उन्हें ISI के संपर्क में लाया।
यह क्यों है खतरनाक?
जांच एजेंसियां इस पूरे प्रकरण को “Modern Warfare” का हिस्सा मान रही हैं, जहां सोशल मीडिया के जरिए आम लोगों को जासूसी के लिए “रिक्रूट” किया जा रहा है। यह भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक नया और बेहद चिंताजनक ट्रेंड है।
प्रमुख बिंदु (Highlights):
- YouTuber ज्योति मल्होत्रा को पाक एजेंट से संपर्क रखने और संवेदनशील जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
- बातचीत में पाकिस्तानी एजेंट से शादी की बात, पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति की डायरी एंट्रीज़ बरामद।
- मल्होत्रा की विदेशी यात्राएं और आय के बीच मेल न होने पर शक।
- गिरफ्तार 12 आरोपियों में छात्र, वर्कर, झोलाछाप डॉक्टर और सोशल मीडिया से जुड़े लोग शामिल।
- जांच एजेंसियां इसे सोशल मीडिया के जरिए चल रही “Modern Warfare” का हिस्सा मान रही हैं।