राजस्थान में बड़ा घोटाला: ED की छापेमारी से नेक्सा एवरग्रीन घोटाले की परतें खुलीं
राजस्थान के झुंझुनूं जिले में एक बड़ा आर्थिक घोटाला सामने आया है जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। ₹2700 करोड़ के इस नेक्सा एवरग्रीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अब एक्शन मोड में आते हुए कई जगहों पर छापेमारी की है। जांच एजेंसी ने सुभाष बिजारणियां के करीबी माने जाने वाले सलीम खान के ठिकानों पर सुबह-सवेरे छापे मारे, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया।
यह घोटाला एक सुनियोजित साजिश के तहत ‘धोलेरा स्मार्ट सिटी’ के नाम पर रचा गया, जिसमें लोगों को घर और फ्लैट दिलवाने तथा दोगुना रिटर्न देने का लालच देकर लाखों-करोड़ों की ठगी की गई।
क्या था पूरा मामला?
साल 2023 में सुभाष बिजारणियां ने ‘नेक्सा एवरग्रीन’ नाम की एक कंपनी की शुरुआत की। इस कंपनी ने गुजरात के धोलेरा प्रोजेक्ट में मकान और फ्लैट दिलाने का वादा करते हुए देशभर से खासतौर पर पूर्व सैनिकों, शिक्षकों और व्यापारियों को निशाना बनाया।
कंपनी ने शुरुआत में निवेशकों को साप्ताहिक किस्तों में ब्याज देना शुरू किया, जिससे भरोसा बना रहा। लेकिन कुछ महीनों बाद किस्तें आनी बंद हो गईं। तभी निवेशकों को इस जालसाजी की भनक लगी और धीरे-धीरे पूरे मामले का खुलासा हुआ।
गांवों में धरना और आक्रोश
जैसे ही यह घोटाला सामने आया, लोगों में आक्रोश फैल गया। कई निवेशक करोड़ों रुपये डुबो बैठे थे। झुंझुनूं जिले में 200 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गईं। ग्रामीण इलाकों में धरना-प्रदर्शन भी हुए। पीड़ितों का आरोप था कि कंपनी ने पूर्व सैनिकों और कर्मचारियों की मेहनत की कमाई को अपनी साजिश में फंसा लिया।
ED की कार्रवाई: सुबह-सुबह दबिश
प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए राजस्थान, गुजरात के अहमदाबाद और राजस्थान के सीकर, जयपुर, जोधपुर सहित 24 जगहों पर एक साथ छापेमारी की। झुंझुनूं में ED की टीम सुबह 5:30 बजे सलीम खान के घर पहुंची। सलीम, सुभाष बिजारणियां का करीबी सहयोगी बताया जा रहा है और इस घोटाले में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। वह स्थानीय लोगों को धोलेरा प्रोजेक्ट में निवेश करने के लिए प्रेरित करता था।
लोगों की डूबती उम्मीदें
इस घोटाले में हजारों लोगों की जमा पूंजी डूब गई है। कई लोगों ने लाखों तो कुछ ने करोड़ों रुपये लगाए थे। अब उन्हें ED की कार्रवाई से उम्मीद है कि शायद कुछ पैसा वापस मिल सके।
घोटाले से सीख: सतर्क रहें!
इस पूरे प्रकरण से एक महत्वपूर्ण संदेश यह भी मिलता है कि किसी भी निवेश योजना में शामिल होने से पहले उसकी गहराई से जांच जरूरी है। सिर्फ सुनहरे वादों के भरोसे अपनी मेहनत की कमाई को दांव पर लगाना बहुत महंगा पड़ सकता है।
क्या आपके पास भी इस घोटाले से जुड़ी कोई जानकारी है? नीचे कमेंट करें और दूसरों को जागरूक करें।
ध्यान रखें: हर निवेश से पहले पूरी जानकारी जुटाना बेहद ज़रूरी है।
प्रमुख बिंदु (Highlights):
- ₹2700 करोड़ का बड़ा घोटाला, हजारों निवेशकों से ठगी
- झुंझुनूं, सीकर, जयपुर, जोधपुर, अहमदाबाद में 24 ठिकानों पर ED की छापेमारी
- पूर्व सैनिकों और कर्मचारियों को धोलेरा प्रोजेक्ट के नाम पर फंसाया गया
- सलीम खान के घर सुबह 5:30 बजे ED की दबिश
- पीड़ितों को ED से पैसा वापस मिलने की उम्मीद