गुड़ा गांव, राजस्थान:
गांव की गलियों में बिछी रोशनी, ढोल की थाप और शादी की रौनक अचानक मातम में तब्दील हो गई। जिस शादी को लेकर घर-परिवार में उत्साह और उल्लास था, वो चंद घंटों में ऐसा दर्द दे गई जिसकी भरपाई शायद कभी न हो सके। एक सड़क हादसे में दुल्हन समेत चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दूल्हा गंभीर हालत में ICU में भर्ती है।
हादसे ने छीना पूरा परिवार
हादसा इतना भीषण था कि एक परिवार पूरी तरह उजड़ गया। मृतकों में शामिल है घर का इकलौता बेटा, जो अपनी नई नवेली दुल्हन को मध्य प्रदेश से लेकर लौट रहा था। परिवार के एक सदस्य ने बताया कि वह अपने बेटे की शादी के बाद बहू को घर लाने एमपी गए थे। वापसी के रास्ते में यह हादसा हो गया और खुशियों की बारात, शोक यात्रा में बदल गई।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के अनुसार, यह दुखद घटना एक सड़क दुर्घटना के चलते हुई। हादसे में पांच लोगों की जान चली गई, जिनमें दुल्हन भी शामिल थी। दूल्हे का पैर बुरी तरह जख्मी हुआ है। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। दूल्हे के बहनोई की भी इस दुर्घटना में मौत हो गई। कुछ अन्य रिश्तेदार भी घायल हैं, जो अस्पताल में भर्ती हैं और जिनकी हालत भी चिंताजनक बनी हुई है।
गांव में पसरा सन्नाटा
इस हादसे की खबर जब गुड़ा गांव पहुंची, तो हर तरफ मातम छा गया। गांव का हर व्यक्ति इस शोक में डूबा है। लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा कि एक ही दिन में इतनी बड़ी त्रासदी ने दस्तक दी है। जिन घरों में शादी की तैयारियां चल रही थीं, अब वहां रोने-बिलखने की आवाजें गूंज रही हैं।
आर्थिक तंगी में टूटा परिवार
दुर्घटना का शिकार हुआ परिवार पहले से ही आर्थिक रूप से कमजोर था। अब तो जैसे जीवन की सारी उम्मीदें ही टूट गई हैं। परिजनों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उन्हें आर्थिक सहायता दी जाए। उनका कहना है कि उन्होंने अपने घर का सहारा, अपने बेटे को खो दिया है, और अब उनके पास जीने के लिए कुछ नहीं बचा है।
ग्रामीणों की सरकार से अपील
गांव के लोगों का कहना है कि सरकार को इस त्रासदी को हल्के में नहीं लेना चाहिए। पीड़ित परिवारों की सहायता की जाए और घायलों का बेहतर इलाज करवाया जाए। ग्रामीण शक्ति सिंह ने कहा, “ये हादसा बेहद दर्दनाक है। सरकार को इस परिवार का पूरा साथ देना चाहिए। दूल्हा ICU में भर्ती है, उसकी हालत गंभीर है। उसे तत्काल बेहतरीन इलाज की जरूरत है।”
न्याय और भविष्य की सुरक्षा की मांग
गांववालों की एक बड़ी मांग यह भी है कि इस हादसे की गहन जांच हो और पीड़ित परिवारों को न्याय मिले। साथ ही सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न दोहराई जाएं। सड़क सुरक्षा, यातायात नियंत्रण और ग्रामीण मार्गों की हालत पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री से सीधी अपील
गांववाले और पीड़ित परिवार चाहते हैं कि यह खबर मुख्यमंत्री तक पहुंचे। वे चाहते हैं कि राज्य सरकार मानवीय आधार पर परिवार की सहायता करे, ताकि उन्हें इस गहरे संकट से उबरने में मदद मिल सके। ग्रामीणों ने कहा है कि इस परिवार के पास अब न तो आय का कोई साधन है, न ही कोई मजबूत सहारा।
हमारी जिम्मेदारी भी बनती है
गुड़ा गांव की इस हृदयविदारक घटना ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि एक सड़क दुर्घटना कैसे कई जिंदगियों को तहस-नहस कर सकती है। इस दुख की घड़ी में हम सभी की जिम्मेदारी बनती है कि पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करें। यह सिर्फ एक गांव की कहानी नहीं, बल्कि हर उस इंसान की है जो अपनों को खोने का दर्द झेल रहा है।